गाजियबााद पुलिस ने सौरभ उर्फ अब्दुल्ला नाम के युवक को गिरफ्तार किया। जिससे एएमयू में बीडीएस करने के दौरान धर्मांतरण करने का आरोप सौरभ पर लगा। साथ में एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर पर भी आरोप है। इन विषयों पर बेशक एएमयू इंतजामिया ने आरोपों को नकारा है। मगर इन तथ्यों के आधार पर खुफिया एजेंसियों की जांच लगातार जारी है।
गाजियाबाद पुलिस द्वारा धर्मांतरण रैकेट का खुलासा किए जाने और उसमें एएमयू से बीडीएस कर चुके छात्र सौरभ उर्फ अब्दुल्लाह का नाम सामने आने पर जांच जारी है। बेशक एएमयू ने अपने स्तर से जांच में पूरे मामले में क्लीनचिट दे दी है। मगर आईबी सहित अन्य खुफिया एजेंसियों का यहां डेरा है। हर पहलू पर जांच की जा रही है। दस वर्ष पहले के उस छात्र से जुड़े लोगों, एक अन्य सेवानिवृत्त प्रोफेसर व उसके करीबियों से जांच व पूछताछ जारी है।
बता दें कि गाजियबााद पुलिस ने सौरभ उर्फ अब्दुल्ला नाम के युवक को गिरफ्तार किया। जिससे एएमयू में बीडीएस करने के दौरान धर्मांतरण करने का आरोप सौरभ पर लगा। साथ में एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर पर भी आरोप है। इन विषयों पर बेशक एएमयू इंतजामिया ने आरोपों को नकारा है। मगर इन तथ्यों के आधार पर खुफिया एजेंसियों की जांच लगातार जारी है। सेवानिवृत्त प्रोफेसर का बेटा आगरा में तैनात है। उसको भी जांच की जद में लिया गया है। इसे जोड़ कर पुराने रिकार्ड खंगालने, पुराने लोगों व इनसे जुड़े करीबियों से बातचीत व पूछताछ करने में एजेंसियां जुटी हुई हैं।
इसी क्रम में पुराना रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। जिसके चलते टीमें यहां डेरा डाले हुए हैं। एक एक विषय पर एएमयू से सवाल जवाब किया जा रहा है। यहां तक कि पूर्व में अन्य धर्मांतरण से जुड़े प्रकरणों पर भी जानकारियां जुटाई जा रही हैं। इस मामले में जिला पुलिस सिर्फ इतना कहती है कि हम पूरे विषय पर सतर्कता व नजर बनाए हुए हैं। गोपनीय स्तर पर जाचें अलग अलग स्तर पर जारी हैं। जो मदद मांगी जाएगी वह की जाएगी।