लखनऊ, न्यूज़ आईएनबी। बुधवार को देश की संसद में बड़ी सुरक्षा चूक का मामला सामने आया था। संसद की विजिटर गैलरी में पहुंचे दो लोगों ने स्मोक क्रैकर का प्रयोग करते हुए जमकर नारेबाजी की थी। फिलहाल उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीँ इसको लेकर समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर एक लम्बा सन्देश लिखा है।
जिसमें उन्होंने कहा कि – देश के विभिन्न अंचलो से आये हुए पढ़े-लिखें बेरोजगार नौजवानों ने पेट की भूख व बेरोजगारी की पीड़ा को प्रकट करने के लिए संसद के अंदर और बाहर जो कुछ भी किया उसे केवल संसद की गरिमा व कानून के चश्मे से ही नहीं देखना चाहिए अपितु उनकी बेरोजगारी व पेट की भूख की पीड़ा के दर्द से भी जोड़कर देखा जाना चाहिए। बड़ी-बड़ी डिग्रियां लेने वाले देश के युवा यदि सड़क पर दर-दर ठोकरे खाएंगे, भूख से बिलबिलाएंगे, बेरोजगारी की पीड़ा झेलेंगे, तो हम उनसे सदाचरण की उम्मीद नहीं कर सकते। शांतिपूर्ण तरीके से प्रस्तुत की जाने वाली उनकी भावनाओं को जब भी कुचलेंगे तो दर्द, पीड़ा व भावना व्यक्त करने का इससे बेहतर कोई और माध्यम हो ही नहीं सकता। हिन्दी जगत के महान साहित्यकार व लेखक, मुंशी प्रेमचंद जी ने भी कहा था कि “जिस बंदे को पेट भर रोटी नहीं मिलती उसके लिए मर्यादा और इज्जत ढोंग है” यद्यपि कि कृत्य औचित्यपूर्ण नहीं है, फिर भी प्रकरण पर सहानुभूति व संवेदनशीलता के साथ विचार किया जाना चाहिए।