दोनों ने अपनी बातचीत के दौरान इसराइल और फ़लस्तीन के बीच विवाद को, फ़लस्तीनियों के अधिकारों की गारंटी के साथ सुलझाने पर ज़ोर दिया है.
ये टेलीफ़ोन वार्ताएं 11 अक्तूबर की शाम को हुई हैं. बातचीत के दौरान राष्ट्रपति रईसी ने प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को बताया कि ऐसी कोई भी पहल जिसमें फ़लस्तीनी लोगों के अधिकारों की गारंटी न हो, वो समस्या का समाधान करने में विफल रहेगी.
शायद राष्ट्रपति रईसी बहरीन, सूडान और संयुक्त अरब अमीरात जैसे अरब देशों की इसराइल के साथ डिप्लोमेटिक रिश्ते बहाल करने के ट्रेंड की ओर इशारा कर रहे थे.
ऐसी ख़बरें भी हैं कि सऊदी अरब भी इसी ओर बढ़ रहा था और अमेरिका उसे ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा था.