अलीगढ़ एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगे विमान, मिला लाइसेंस, पहले यहां के लिए मिलेगी फ्लाइट

Aligarh Airport

अलीगढ़, न्यूज़ आईएनबी। अलीगढ़ में धनीपुर हवाई पट्टी से विमान उड़ाने का डीजीसीए से लाइसेंस मिल गया है। 2015 से अलीगढ़ एयरपोर्ट बनने का काम शुरू हुआ था। 110 करोड़ से अधिक धन लगने के बाद अब यहां से उड़ान शुरू हो जाएंगी।

अलीगढ़ शहरवासियों का धनीपुर स्थित अलीगढ़ एयरपोर्ट से उड़ान भरने का सपना नए साल में पूरा होने जा रहा है। नव वर्ष के पहले दिन ही उड़ान भरने के लिए लाइसेंस जारी हो गया है। फिलहाल यहां से 19 सीटर विमान का संचालन शुरू करने की तैयारी है। शहर कारोबारियों को इसका लाभ मिलेगा। 

केंद्र सरकार की उड़ान स्कीम के तहत प्रदेश के अलीगढ़ समेत छह जिलों में हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है।  इसके निर्माण की जिम्मेदारी राजकीय निर्माण निगम को दी गई थी। इसमें भूमि अधिग्रहण के साथ ही निर्माण कार्य भी शामिल रहे। करीब डेढ़ साल पहले इसका निर्माण पूरा कर लिया गया। इसके बाद सरकार की ओर से डीजीसीए में लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया। इस पर डीजीसीए की टीम ने यहां पर सबसे पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निरीक्षण किया। इसमें कुछ आपत्तियां सामने आईं। इसके बाद उड़ान को लेकर डीजीसीए की टीम ने दोबारा से दौरा किया। इसमें पूरे परिसर का निरीक्षण किया। अब शासन स्तर से से इस रिपोर्ट के आधार पर लाइसेंस जारी कर दिया गया है।

दूसरे चरण में 90 सीटर विमान उड़ेंगे
दूसरे चरण में यहां से 90 सीटर विमानों के जरिये दूसरे शहरों के लिए उड़ान सेवा शुरू की जानी है। यहां एयरबस-320 एवं बोइंग-737 जैसे सबसे बड़े विमान भी उतर सकेंगे। इस एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार किया जा रहा है। पांच किमी लंबा रनवे भी तैयार हो रहा है। रनवे के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने 675 एकड़ भूमि की मांग की है। इसमें से करीब 300 एकड़ भूमि का अधिग्रहण हो चुका है, जबकि 376 एकड़ भूमि का और अधिग्रहण किया जा रहा है। 

अलीगढ़ एयरपोर्ट पर वर्ष 2015 से शुरू हुआ था काम 

धनीपुर एयरपोर्ट पर वर्ष 2015 से काम शुरू हुआ था। करीब आठ साल तक भूमि अधिग्रहण से लेकर निर्माण कार्य चलने के बाद काम पूरा हो चुका है। एयरपोर्ट निर्माण पर करीब 110 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो चुके हैं। लंबे समय से प्रदेश एवं केंद्र सरकार के अलावा विमान पत्तन प्राधिकरण से इसके ग्रीन सिंग्नल मिलने का इंतजार किया जा रहा था। बीते दिनों प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने अलीगढ़ समेत प्रदेश के पांच जिलों में एयरपोर्ट संचालन की जिम्मेदारी विमानपत्तन प्राधिकरण को दी थी। इसके बाद केंद्रीय टीम यहां आकर एयरपोर्ट का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट दे चुकी है। 

स्थानीय कारोबारियों को होगा लाभ
अलीगढ़ एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने से फिलहाल लखनऊ और दूसरे चरण के बाद दूसरे शहरों को जाने वाले लोगों एवं कारोबारियों को सीधा लाभ मिलेगा। वे कुछ समय में ही बड़े शहरों का सफर तय कर सकेंगे।अभी तक हवाई यात्रा के लिए व्यापारियों को दिल्ली, आगरा, लखनऊ तक की दौड़ लगानी पड़ती है। यहां से जेवर एयरपोर्ट पर भी आसानी से आ जा सकेगा। 

एयरपोर्ट की यह है स्थिति

  • 2015 में धनीपुर एयरपोर्ट पर शुरू हुआ था काम
  • 04 साल तक तो भूमि अधिग्रहण ही हो पाया
  • 2018 में शुरू हो पाया निर्माण कार्य
  • 110 करोड़ रुपये से अधिक अब तक खर्च 

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