ब्रिटेन। इंग्लैंड में कोरोना महामारी के बाद से धूम्रपान में दशकों से चली आ रही गिरावट लगभग रुक गई है। बीबीसी ने एक अध्ययन के हवाले से यह जानकारी दी है। शोध के अनुसार, गिरावट की दर महामारी से पहले के वर्षों में 5.2% से धीमी होकर अप्रैल 2020 और अगस्त 2022 के बीच केवल 0.3% रह गई। मुख्य शोधकर्ता ने कहा कि आशंका है कि अधिक युवा धूम्रपान करने लगे हैं और तत्काल उपाय करने की आवश्यकता है।
सरकार ने कहा कि वह कानूनी उम्र बढ़ाने सहित इंग्लैंड को धूम्रपान मुक्त बनाने के लिए ‘ठोस कार्रवाई’कर रही है। शोधकर्ताओं ने 101,960 वयस्कों के साथ सर्वेक्षण के आधार पर, अनुमान लगाया कि जून 2017 में 16.2% लोग धूम्रपान करते थे, जो मार्च 2020 में महामारी की शुरुआत तक गिरकर 15.1% हो गया, लेकिन अगस्त 2022 में केवल 15% रह गया, तब से गिरवाट की धीमी दर लगातार बनी हुई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय का आंकड़ा भी 2000 और 2020 के बीच धूम्रपान में साल-दर-साल गिरावट दर्शाता है।
अध्ययन से पता चलता है कि महामारी के दौरान हार मानने वाले लोगों के अनुपात में 120% की वृद्धि हुई है, और छोड़ने का प्रयास करने वालों की संख्या में 40% की वृद्धि हुई है। लेकिन धूम्रपान के आदत को अपनाने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई, जिनमें 18 से 24 वर्ष की उम्र वालों की वृद्धि भी शामिल है। सरकार वर्ष 2019 में 2030 तक इंग्लैंड को ‘धूम्रपान-मुक्त’ बनाने का लक्ष्य रखा था। लेकिन यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल) के शोधकर्ताओं का कहना है कि इसे नजरअंदाज किए जाने की आशंका है और वे सरकार से धूम्रपान विरोधी प्रयासों को ‘फिर से शुरू’ करने का आग्रह कर रहे हैं।