रोम। पोप फ्रांसिस का कहना है कि वह चाहते हैं कि उन्हें अन्य पोप की तरह वैटिकन की गुफाओं में नहीं, बल्कि रोम के सेंट मैरी मेजर बेसिलिका (एक विशेष चर्च) में दफनाया जाए। आम तौर पर पोप को उनके निधन के बाद वैटिकन में दफनाया जाता रहा है। पोप फ्रांसिस रविवार को 87 वर्ष के हो गए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बावजूद उन्होंने इस साल इस्तीफा देने के बारे में कभी नहीं सोचा।
उन्होंने कहा कि अगले साल उनकी बेल्जियम यात्रा तय है और पोलिनेशिया तथा अर्जेंटीना की यात्रा के बारे में विचार किया जा रहा है। पोप फ्रांसिस ने मैक्सिको के प्रसारक टेलीविसा की समाचार सेवा ‘एन प्लस’ से कहा, “यह सच है कि सभी दौरों पर अब पुनर्विचार किया जा रहा है। यदि वे पास के क्षेत्र से जुड़े हैं, तो उन्हें किया जा सकता है। यदि वे ज्यादा दूर के क्षेत्र के हैं तो उन पर पुनर्विचार किया जाता है। कुछ सीमाएं हैं।” पिछले दिनों स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझने के बाद यह फ्रांसिस का पहला साक्षात्कार था।
बीमारी के कारण वह दुबई में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में भाग नहीं ले सके थे और उन्हें दुबई की यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। युवावस्था में ही फ्रांसिस के फेफड़े के एक हिस्से की सर्जरी की गई थी। उन्होंने कहा कि अब उनकी तबीयत ठीक है और वह बेहतर महसूस कर रहे हैं। पोप का पद जीवन भर के लिए होता है लेकिन फ्रांसिस ने इस्तीफे की संभावना की पुष्टि की और कहा कि उन्हें किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। फ्रांसिस ने पहले ही कहा था कि अगर वह सेवानिवृत्त होते हैं, जैसा पोप बेनेडिक्ट (16) ने 2013 में किया था, तो वह वैटिकन के बाहर रोम में कहीं सेवानिवृत्त पादरियों के आवास में रहना पसंद करेंगे।