- यूएन के मुताबिक़ इसराइल ने उत्तरी ग़ज़ा में रहने वाले सभी लोगों से 24 घंटों के भीतर इलाक़ा ख़ाली कर दक्षिण की तरफ़ जाने को कहा है.
- इसराइल ने कहा- अपनी सुरक्षा और बचाव के लिए” ग़ज़ा शहर के लोग इलाक़ा खाली कर दें.
- ये पूरा इलाक़ा ग़ज़ा पट्टी का लगभग आधा हिस्सा है. इसमें ग़ज़ा शहर भी शामिल है.
- यूएन ने कहा- इसराइल के इस क़दम से “बेहद गंभीर मानवीय संकट” पैदा होने का ख़तरा है.
- इसराइल की ये चेतावनी ग़ज़ा में हमास के ठिकानों पर ज़मीनी कार्रवाई करने के इरादे से दी गई है.
संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता का कहना है कि इसराइली सेना ने सूचित किया है कि उसने वादी ग़ज़ा के उत्तर में रह रहे लोगों से चौबीस घंटों के भीतर इलाक़ा खाली कर दक्षिणी ग़ज़ा में शिफ़्ट होने के लिए कहा है.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इसराइल के इस क़दम से क़रीब 11 लाख लोग प्रभावित होंगे, जो ग़ज़ा पट्टी में रहने वाली कुल आबादी का लगभग आधा है. प्रभावित हिस्सों में ग़ज़ा शहर भी शामिल है.
इसराइली डिफेन्स फ़ोर्सेस (आईडीएफ़) ने ये चेतावनी ग़ज़ा और यरुशलम के समयानुसार रात को 11 बजे दी है.
संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान जारी कर कहा, “संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि इतनी बड़ी तादाद में लोगों का एक जगह से दूसरी जगह जाने के गंभीर मानवीय परिणाम होंगे.”
बीते शनिवार को इसराइल पर हुए हमले के बाद से इसराइल ने ग़ज़ा में हमास के ठिकानों पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए हैं.